कुमाऊं का प्रवेश द्वार काठगोदाम

सभी दोस्तो को मेरा नमस्कार मैं आपका दोस्त विवेक आप सभी को भाभर के पहले सबसे प्रमुख नगर हल्द्वानी के बारे में आप सभी को बता चुका हूं, लेकिन अब बारी है दोस्तो काठगोदाम नगर के बारे में जानने की तो मित्रो सभी को आज मैं भाभर के दूसरे प्रमुख नगर काठगोदाम के बारे में…

आधुनिक हल्द्वानी शहर कैसे बसा

दोस्तो जैसे मैं आप लोगो को पहले भी भाभर के इस प्रमुख नगर तथा कुमाऊं मंडल के सबसे बड़े व्यापारिक नगर के बारे में हल्द्वानी को हल्द्वानी कहने की पीछे हाथ है हल्दू के मोटे मोटे पेड़ो का । लोगो का कहना है की हल्दी के पेड़ो की अधिकता होने के कारण ही इस नगर…

तराई में स्तिथ कुछ प्रमुख जलाशय या डैम

नानकमत्ता दोस्तो अगर घूमने या ट्रैकिंग की बात करे तो डैम में पानी के चारो ओर घिरा छेत्र खुद को देखने में जितना अच्छा लगता है उसका पानी आंखो को ठंडक भी उतनी ही देता है । हमारे तराई के हिस्से में काफी अच्छे और बड़े जलाशय है जिनको देखने के लिए लोग बाहर से…

हर्ष कालीन गोविषाण राज्य से लेकर वर्तमान के काशीपुर का सफर

गोविषाण काशीपुर का प्राचीन नाम है जिसका अर्थ होता है गाय की सींग । लेकिन चंद साशनकाल में काशीपुर का नाम कोटा था । काशीपुर को ही उज्जैनी नगरी भी कहा जाता है ।राजा हर्षवर्धन के शासन से पहले गोविषाण राज्य कर्तपुर राज्य का अंग था जिसके अंतर्गत वर्तमान के रामपुर काशीपुर और पीलीभीत आते…

कैसे बसा कुमाऊं का सबसे बड़ा औधोगिक शहर रुद्रपुर।

रुद्रपुर शहर उत्तराखंड राज्य के सबसे दक्षिणी जिले ऊधम सिंह नगर का जिला मुख्यालय है औधोगिक शहर होने के साथ साथ यह कुमाऊं का दूसरा सबसे बड़ा व्यापारिक नगर है । अगर मैं  आपको ले चालू इतिहास के कुछ पलो के साथ तो ये टाइम था कुमाऊं में रुद्रचंद का शासनकाल जिसने इस शहर को…

जैसा कि मैं पहले भी आप सभी लोगो को बता चुका हु तराई के कुछ नगरों के बारे में इसे सिलसिले में हम खटीमा तक का सफर तय कर चुके थे ।तो दोस्तो आप लोगो को क्यों न थोड़ी सी खटीमा के सैर कराई जाए ।

खटीमाखटीमा से मेरा लगाओ थोड़ा सा ज्यादा है । क्योंकि ये मेरी जन्म भूमि है । इसलिए छोटे से कस्बे से आप सभी को रूबरू कराऊं, मकरपुर जो खटीमा का पुराना नाम है । बड़े बुर्जुग लोग बताते है के इस छेत्र में पहले खैर का जंगल हुआ करता था खटीमा के पूर्व में चंपावत…