जैसा कि मैं पहले भी आप सभी लोगो को बता चुका हु तराई के कुछ नगरों के बारे में इसे सिलसिले में हम खटीमा तक का सफर तय कर चुके थे ।तो दोस्तो आप लोगो को क्यों न थोड़ी सी खटीमा के सैर कराई जाए ।

खटीमाखटीमा से मेरा लगाओ थोड़ा सा ज्यादा है । क्योंकि ये मेरी जन्म भूमि है । इसलिए छोटे से कस्बे से आप सभी को रूबरू कराऊं, मकरपुर जो खटीमा का पुराना नाम है । बड़े बुर्जुग लोग बताते है के इस छेत्र में पहले खैर का जंगल हुआ करता था खटीमा के पूर्व में चंपावत…